दो दो चाचिया compleet
Re: दो दो चाचिया
कमला मेरा वीर्यापात देख कर बहुत उत्तेजित थी. उसने कहा,' बेटा तुम जानना चाहती हो लरके का लंड औरत की चूत मे कैसे जाता है? चुदाई कैसे होती है?" " हा आंटी मुझे सिख़ाओ ना,' अनामिका बोली. "ठीक है,' कह कर कमला ने सारे कापरे उतार दिए और एकद्ूम नंगी हो गयी, मे तो पहले ही नंगा था,' देखो सबसे पहले आदमी और औरत दोनो के गुप्तँग गरम और गीले होने ज़रूरी है, कमला बोली,' वो कैसे होते हे?" अनामिका ने पूछा,' देखो आदमी का लंड चूस कर चाट कर या हाथ से हिला कर गरम किया जाता है, गरम होते ही वो तन जाता है,' कमला बोली, उसने मेरे ढीले लंड को हाथ मे लिया,' देखो एक बार पानी निकालने पेर लंड सुस्त पर जाता है, अब मे इसको गरम कर के खड़ा करूँगी, जब तक ये गरम नही होता तब तक चूत मे नही जा सकता,' वो बोली,' कैसे आंटी?" अनामिका ने पूछा,' अरे पगली जब कारक नही होगा तो च्छेद मे कैसे घुसेगा?" उसने कहा, अनामिका को शायस्ड कुछ समझ मे आया,' लेकिन आंटी औरत कैसे गरम होती है?" उसने पूछा,' कमला ने अनायका को पास बुलाया और उनकर होकर बिस्तेर के कोने पेर बेत गयी, उसने अपनी चूत के दोनो बाहरी हॉट फैला दिए और अंडर की दोनो फेक भी फैला दी,' देखो अभी यहा सब सूखा है,' उसने कहा, अनामिका ने पास आ कर कमला की चूत को गौर से देखा और उसमे उंगली भी डाली,' थोड़ी देर मे देखना ये एकद्ूम गीली हो जाएगी ताकि लंड इसमे आसानी से चला जाए,' वो बोली.' फिर चुदाई कैसे होती है?" अनामिका ने पूछा,' वो तुम देख लेना, पहले इसके लंड को गरम करते हे,' कह कर कमला ने मेरा गीला लंड चूसना शुरू कर दिया, अनामिका गौर से देख रही थी.
कमला अब मेरे उपेर आ गयी थी, उसने मेरे मूह के पास अपनी चूत रखी, मे उसकी चूत के होटो को शॉरा कर अंडर जीभ दल कर उसको चूसने चाटने लगा, मेरे चूसने की आवाज़े ज़ोर ज़ोर से आ रही थी, उधर कमला मेरे लंड की ग़ज़ब की चूसा कर रही थी, थूक से मेरा लंड एकद्ूम गीला था. उसकी शानदार चूसा से एक मिनिट मे ही मेरा लॉडा तन गया था,' देख बेटा अब मेरी चूत भी गीली हो गयी और इसका लंड भी गरम हो गया, अब हम करेंगे चुदाई,' वो बोली, ' रमेश बाबू आअप मेरे उपेर आ जाओ, ताकि इसको चुदाई का सही तरीका पता चल जाए,' कह कर कमला हटी , मे भी उठ गया, अनामिका मेरा गरम और ताना हुआ लंड देख रही थी, कमला ने अपनी टाँगे शॉरा दी, अब देखना बेटा मेरी चूत की इस च्छेद मे ये कैसे अपना हथियार गुसता है, कह कर उसने पॅव उँचे कर दिए, उसकी चूत के अंडर का लाल हिस्सा सॉफ दिख रहा था, मैने अपना लॉडा उसकी चूत के होटो पेर रख दिया,' देख बेटा अब इसका लॉडा मेरी चूत के होटो के बीच मे है अब ये धक्का मरेगा और इसके आयेज का सुपरा अंडर चला जाएगा,' कमला बोली, उसके कहे अनुसार मैने धक्का मारा और सुपरा अंडर घुसा दिया, ' हा आंटी आगे की टोपी अंडर गयी, अनामिका पीछे से देखते हुए बोली,' अब देखना ये एक धक्का और मरेगा और आधा लंड पेल देगा अंडर,' वो बोली, मैने थोड़ा उपेर हो कर वापस लॉड को दबा दिया, कमला की चूत मे आधा लंड घुस चुका था, ' बेटा अब पूरा लंड बाहर निकल कर एक ही शॉट मे पूरा अंडर डाल दो,' वो बोली, मैने ज़ोर का झटका मारा और उसकी गीली चूत मे पूरा गरम लंड पेल दिया, कमला ने एक हाथ से मेरे निपल्स सहलाने शुरू कर दिए और दूसरे से मेरी गांद कस कर पकड़ ली, अब चोदो मुझे राजा, वो बोली, मे छोड़ने लगा,' अब क्या हो रहा है आंटी?" अनामिका बोली, अब ये लंड अंडर बाहर करेगा स घर्षण से इसको भी मज़ा आएगा और मुझे भी, इसी को चुदाई कहते हे रानी, कमला बोली, अब इस लर्की को जाने दे भाड़ मे तू मुझे चोद राजा ठंडी कर मेरे भोस्डे की आग,' कमला बोली,' आंटी ये भोसड़ा क्या होता है?" अनामिका ने पूछा,' अरे तेरे पास अभी चूत हे जुब ये खूब चुड कर चौड़ी हो जाएगी और इस मे से बचे निकल जाएँगे तो ये भोसड़ा बन जाएगा,' कमला बोली,' ओह्ह राजा चोद मुझे मदारचोड़ चोद कर अपनी रंडी बना दे राजा, चोद ऊऊ आहह, कमला बोलने लगी,' आंटी गंदा क्यू बोलते हे?' अनामिका ने पूछा,' अरे बेटे चुदाई करनी हे तो क्या शरमाना, गंदा बोलने से ज़्यादा उत्तेजना होती हे आदमी को ज़्यादा मज़ा आता हे, उसको लगता हे जैसे वो किसी रॅंड को चोद रहा हे, आदमी को जितना गरम करोगे उतना ही म्ज़ा देगा,' कमला बोली,' हा कमला तेरा भोसड़ा मज़ा दे रहा है चुदाई मे, ओह्ह एकद्ूम गरम हे तेरी चूत मज़ा आ गया रंडी तुझे छोड़ने मे,' मे बोला और ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगा,' हम दोनो ओह्ह आह करने लगे, कोई 5 मिनिट की चुदायके बाद ही कमला बोली, बेटा अब मे झड़ने वाली हू अब मेरी चूत पानी छ्चोड़ने वाली हे,' हा मेरे गन्दू चोद अपनी मदारचोड़ रंडी को ऊओह आहह, कह कर कमला झाड़ गयी,' अब तू भी पानी छ्चोड़ दे मेरे चोदु राजा,' कमला ने कहा, मेरी स्पेड भी तेज़ हो गयी, हा मेरी रानी ये ले मेरा बीज तेरी चूत मे आने को हे, तय्यार हो जा ये आया गरम बीज, ऊओह आहह ओह्ह मेरी राअंड्ड़, कह कर मे भी जड़ने लगा. आ\नामिका सब देख रही थी, मे जैसे ही हटा उसकी नज़र कमला की चूत मे से बह रहे मेरे वेरया पेर पड़ी,' आंटी ये तो बाहर आ रहा हे?" ' नही बेटी एक बूँद भी उनेर जाए तो कीमती बन जाता हे, वीरया से कीमती कुछ नही मेरी जान, वो बोली. उधर अनामिका ने मी गीला लंड चाटना शुरू कर दिया, ऐसा ही है तो मे भी इसे वेस्ट नही करूँगी,' उसने कहा,' आंटी मुझे भी चूड़ना हे,' वो बोली,' नही बेटी रुक जा, ऐसे नही तेरी पूरी सुहाग रात मानएँगे, कमला बोली.
Re: दो दो चाचिया
रमेश को पता नही था की अनामिका और उसकी सुहाग्ग्रात मे ज़्यादा देर नही, डॉक्टर डॉक्टर खेल दुपहर मे हुआ, उधर कमला ने रात मे ही सारी तय्यारिया कर ली थी. कमला रमेश से 7 बजे बोली,' राजा आज रात तुम्हारी और अनामिका की सुहाग रात हे, तय्यार मे करूँगी तुम्हे, बस ध्यान रखना लर्की को पूरी रात चोदो तभी हम सब को मज़ा आएगा,' वो बोली,' हम सब?" रमेश ने पूछा,' हा सुहग्रात का सीन कौन मिस करेगा मेरी जान? रात मे मे, अनामिका की मा, उसकी दादी और तुम्हारी दोनो चाचिया तुम्हारी चुदाई देखेंग,' उसने आँख मार कर कहा. " पाँच कामुक औरते मुझे देखेंगी! कही दर से मेरा लंड ही नही सिकुर जाए! मे बोला,' हुमारे होते हुए तेरा लंड तो सिकुर नही सकता राजा,' कमला बोली.
कोई आठ बजे कमला मुझे बाथरूम मे ले गइीमुझे फर्श पेर लिटा दिया और शेविंग क्रीम लगा कर रेज़र से मेरी गांद आँड और लंड के बसे वेल बाल सॉफ कर मेरे औज़ार को एकद्ूम चिकना कर दिया. अब तेरा हथियार चमक रहा है उसने मेरे खड़े लंड को ज़ोर की थप्पड़ मार कर कहा. मेरा लंड थप्पड़ से और ज़्यादा अकड़ गया. फिर कमला ने मेरे सिर मे शॅमपू किया और बदन पेर खूब सारा साबुन लगा कर उसको सॉफ काइया,' अब तुम्हारे बदन से खुश्बू आ रही हे, उसने कहा. " अब मेरा सांड़ गे की चोट फड़ेगा,' कह कर कमला हस्ने लगी,' तेरी सुहग्रात मनवा रही हू, क़र्ज़ ज़रूर उतरना,' वो हास कर बोली. उधर अनामिका को भी दोनो चाचीॉ ने ऐसे ही सजाया, उसको बहुत ही प्यारा सलवार सूट पहनाया और उस पेर लाल रंग की चुनरी ओढ़ा दी, मुझे कमला ने नया कुर्ता पाजामा पहनाया, रात 9 बजे उसने कहा,' चलो चोदु राजा, सुहाग रात के लिए' और मेरे पाजामे के नडे को ढीला कर चड्डी एक सेकेंड मे नीचे सर्काय और लंड पेर कोई पर्फ्यूम च्चिइडक दिया,' ये क्या है कमला जी?" मैने पूछा,' उस दवाई से तेरा लंड पूरी रात आकड़ा हुआ रहेगा,' कमला ने आँख मार कर कहा. पर्फ्यूम का असर एक सेकेंड मे आ चुका था, मेरा लंड चड्डी फाड़ कर बाहर आने को व्याकुल था. मैने दरवाज़ा खोला और अंडर देखा तो अनामिका बिस्तेर पेर बती थी, उसने बालो मे फूल लगाए हुए थे और कमरे मे मदमस्त खुश्बू फैली हुई थी, एक हल्का लॅंप जल रहा था, चारो औरतें पोज़िशन लेकर ऐसे बैठी थी, जिससे वी नज़र ना आए. मे जैसे ही अंडर आया अनामिका ने मेरे पॅव च्छुए , मैने भी फिल्मी स्टाइल मे उसको गले गॅगा लिया, और उसको बिस्तेर पेर ले लिया,' एक मिनिट रूको, अनामिका बोली,' मैने जैसे ही चौंक कर उसको डोर काइया, वो उठी और साइड स्टूल पेर पड़े दूध के ग्लास को मेरे हाथ मे दिया, इसको पी लो स्वामी,' मैने उसे गतक गतक पीना शुरू कर दिया. अनामिका वापस बिस्तेर पेर बैठ गयी थी, गठरी बन कर. रमेश वापस पास आया और उसने अनामिका के होटो गालो गर्दन और सिर पेर किस करना शुरू कर दिया, अनामिका ने भी रमेश के बॉल पकड़े और उसको डीप किस करने लगी, कोई 5-10 मिनिट तक दोनो पागलो की तरह किस कर रहे थे, उधर रमेश के हाथ उसके छ्होटे छ्होटे मम्मो पेर पहुच चुके थे और वो उनको ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था, रमेश ने धीरे धीरे अनामिका के कुर्ते को हटाया और उसकी काली ब्रा के उपेर ही उसके मुममे दबाने लगा, ओह्ह धीरे करो स्वामी,' अरे जान मुम्मो को जितना ज़ोर से दबाया जाए उतना ही अच्छा,' कह कर रमेश ने दबाव बढ़ा दिया. कोई दो मिनिट बाद रमेश ने उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया, अब उसके टाइट और छ्होटे मुममे आज़ाद थे, उसके गुलाबी रंग के निपल अब रमेश चूस रहा था, अनामिका को बहुत मज़ा आ रहा त उसने रमेश के बॉल कस कर पकड़े हुए थे बीच बीच मे रमेश उसके निपल्स को हल्के हल्के काट भी लेता अनामिका के मूह से उउउः आ निकल जाता, थोड़ी देर मे उसके छ्होटे छ्होटे निपल कड़े हो गये थे, एग्ज़ाइट्मेंट मे अनामिका ने रमेश का कुर्ता भी उतार दिया था और वो उसके निपल्स से खेल रही थी, रमेश को भी मज़ा आ रहा था.
रमेश ने अब अनामिका की सलवार मे हाथ डाला और उसकी चूत को सहलाने लगा चाचीॉ ने उसकी चूत भी एकद्ूम चिकनी कर रखी थी रमेश ने अपनी एक उंगली अंडर डाल दी वो अफ बोली, लेकिन रमेश की उंगली गीली हो गयी थी उसे पता था अनामिका गरम है और उसकी गरम चूत पानी छ्चोड़ रही हे. रमेश अनामिका की 34 इंच की गोल गांद भी दबाने लगा, उसकी गांद भी मस्त और सख़्त थी, दो मिनिट बाद रमेश ने उसकी सलवार ढीली कर दी और खाली चड्डी मे उसको बिस्तेर पेर लिटा दिया....
Re: दो दो चाचिया
रमेश अब पूरा गरम था, उसने अनामिका के पाव से उसकी चटाई शुरू कर दी, पहले अंगूठा फिर पूरा पेर, फिर शिन, फिर घुटना, फिर उसकी जंघे फिर उसका पेट, बूब्स निपल्स, सिर्फ़ गुप्तँग को छ्चोड़ रमेश सब जगह अपनी जीभ फिरा चुका था. अनामिका अब गरम थी, वो अब रमेश के लंड को बेरहमी से मसल रही थी. रमेश ने अब धीरे से उसकी चड्डी खिसका दी. रमेश के सामने चिकनी कुँवारी चूत थी. उसमे से रस बह बह कर बाहर आ रहा था, रमेश ने पहली बार कोई सील वाली चूत देखी थी, उसने सोचा पहले इसकी मलाई पी ली जाए, उसने अपना मूह उसकी चूत के होतो पेर लगाया और अपनी जीभ से उसकी गीली और गरम चूत की खुदाई करने लगा, अनामिका को बहुत मज़ा आ रहा था उसने रमेश के बॉल कस कर पकड़ लिए, और अपनी गांद उँची नीची करने लगी. रमेश चूत चाटने मे उस्ताद था, अपने एक हाथ से उसने उसके हॉट फैला दिए दूसरे से उसकी क्लाइटॉरिस सहला रहा था और जीभ उसकी चूत को चोद रही थी. करीब 2-3 मिनिट की चटाई मे ही अनामिका झाड़ गयी, ' रमेश बहुत मज़ा आया, तूने ऐसी चटाई की की में तो होश भूल गयी, क्या लंड भी इतना ही मज़ा देता हे?' उसने पूछा. " देख शुरू मे तो तेरी सील टूटेगी और दर्द होगा लेकिन एक दो बार चूड़ने के बाद लंड चूत को वो मज़ा देता हे की चूत होश खो बत्ती हे,' रमेश बोला,' तू तय्यार हे दर्द सहन करने के लिए?" उसने पूछा,' हा लेकिन प्यार से डालना,' अनामिका बोली. हालाँकि अनामिका की चूत रस से भारी हुई थी लेकिन कमला को पता था अनामिका की कुँवारी चूत मे सूखा लंड थोड़ा मुश्किल से जाएगा, उसने पीछे से आ कर रमेश के कारक लंड पेर नारियल का तेल माल दिया, उसका लंड अब चमक रहा था,' रमेश ने कहा,' दर्द हो तो भी टाँगे थोड़ी चौड़ी रखना, इस से लंड आसानी से प्रवेश करेगा.'ओक ,' अनामिका बोली. रमेश ने अब अपने तेल से साने लंड को उसकी छोटी चूत के मूह पेर रखा और सूपड़ा बाहर रगड़ने लगा. अनामिका रागड़ाई से बेहद उत्तेजित थी और साथ में गॅंड भी हिलने लगी. आमेश ऐसी ही सूपड़ा रगता फिर हल्का सा दबाव देता, जैसे ही दबाव पड़ता अनामिका ज़ोर से चीखती ओय मा मार गयी... मगर रमेश किसी कुशल खिलाड़ी की तरह खेलता रहा, आख़िर उसने चीखो के बीच अपना लगभग पूरा सूपड़ा अंदर सरका दिया, जीवन मे इतनी टाइट चूत के अंडर उसने कभी लंड नही डाला था. वो जैसे ही दबाव बढ़ता अनामिका रोने लगती,' हटाओ इसे बहुत दर्द हो रहा हे रमेश मेरी चूत फट रही हे अब इतना ही डालो बाक़ी बाद मे करना बाहर निकालो उूउइ उ ऑश अया,' कह कर अनामिका रोने लगी. मगर रमेश धीरे धीरे अपना लंड बाहर निकलता और धीरे से अंडर सरकता, उधर अनामिका की सील टूट चुकी थी, उसके खून से रमेश का लंड भर चुका था, चदडार भी लाल हो गयी थी, अनामिका रोते चीखते पागल हो गयी थी, लेकिन रमेश ने अपना तीन चौथाई लंड सरका ही दिया , और वो रुका नही, इतनी टाइट चूत की पकड़ से वो भी उत्तेजित था, अब तेज़ी से चोद्ते हुए बड़बड़ाने लगा,' श आहह चाची इतनी टाइट चूत हे की मेरा लंड फस गया हे, चाची इस चूत ने मुझे कस कर पकड़ लिया हे, ये मेरा पानी खींच रही हे कमला श आहह क्या करू?' वो बोला,' निकल दे इसकी चूत मे पानी कोई चिटना नही हम देख लेंगे,' छ्होटी चाची बोली,' हा चाची अब भर रहा हू इसकी टाइट चूत मेरे रस से ऊऊऊऊऊओ चाच्ची बहुत मज़ा आ रहा हे, अया चाची ये लो ये लो ये छूटा हाअ हा निकल रहा हे, ऊवू निकल गया आआआआआआआ ओह्ह्ह्ह,' कह कर रमेश झाड़ गया, अनामिका ने उसे कस कर भींच लिया और किस करने आगी. " अब अपनी बेटी को दूसरे कमरे मे ले जा कर हल्दी का दूध पीला कर सुला दो अब ये 2 दिन तक कुछ नही कर पाएगी,' छ्होटी चाची ने अनामिका की मा से कहा, अनामिका काँपते हुए दो औरतो का सहारा लेकर बमुश्किल उठी और दीसरे कमरे मे चली गयी. " अब कुँवारी चूत के पानी से भरा तेरा लंड हुमारी ढीली छूटो को छोड़ेगा रमेश,' छ्होटी चाची बोली. " नही आज रमेश पहली बार अपनी बड़ी चाची की चूत को छोड़ेगा वो भी लाल लंड से, लाल खून पी कर आज इसका लंड तंदुरुस्त हुआ हे,' बड़ी चाची ने कहा और रमेश के पास आ गयी.
बड़ी चाची ने अपने कपड़े खोल दिए थे, आज इतने दीनो बाद रमेश उनको पहली बार छोड़ने जा रहा था. छ्होटी चाची और कमला ने तुरंत रमेश के लंड को जगाना शुरू कर दिया. बड़ी चाची नगी लेट गयी और टाँगे फैला दी, उनकी खुली हुई चूत के फांके सॉफ दिख रही थी. रमेश का खून से भरा लॉडा कमला और छ्होटी चाची के हाथो मे मोटा हो रहा था,' आजा रमेश अब तू पूरा मर्द बन गया हे ले ले अपनी बड़ी चाची की,' वो बोली. रमेश ने आव देखा ना ताव तुरंत लॉडा उनकी गेली और गरम चूत मे सरका दिया और किसी कमतूर कुत्ते की तरह चाची तो कुटिया की तरह चोदने लगा,' चाचिजी अपने मुझे इतने दीनो तक क्यू तरसया?' " ऐसे ही, देख मुझे पता हे तू ही मुझे ज़िंदगी भर चुदाई का सुख देगा, अब थोड़ा तरसया तो तेरे लॉड मे ज़्यादा प्यास आ गयी और मज़बूती भी, अब तू मुझे कुत्ते की तरह चोद रहा हे की नही ,नही तो अब तक मेरी चूत से बोर हो गया होता,' वो बोली. " मे तेरी बड़ी चाची हू मा भी ऐसे चोद जैसे अपनी मा को चोद रहा हो,' वो बोली और मुझे कस काए पकड़ लिया,' और हा कमला आज पूरी रात रमेश सिर्फ़ मुझे चोदेगा,' कह कर उन्होने नीचे से गांद हिलनी शुरू कर दी,' बना दे मुझे अपनी रंडी मेरे बेटे,' कह कर उन्होने रमेश को कस कर भींच लिया,' चाची बहुत मज़ा दे रही है आपकी चूत इसकी पकड़ बहुत मज़बूत हे, रमेश बोला. " चोद मेरे बेटे चोद तेरी मा को, तेरे आंडो के रस को पीने के लिए तेरी मा की चूत तरस रही हे, उसकी प्यास बुझा दे,' कह कर चाची ने स्पीड बढ़ा दी.
बड़ी चाची ने अपने कपड़े खोल दिए थे, आज इतने दीनो बाद रमेश उनको पहली बार छोड़ने जा रहा था. छ्होटी चाची और कमला ने तुरंत रमेश के लंड को जगाना शुरू कर दिया. बड़ी चाची नगी लेट गयी और टाँगे फैला दी, उनकी खुली हुई चूत के फांके सॉफ दिख रही थी. रमेश का खून से भरा लॉडा कमला और छ्होटी चाची के हाथो मे मोटा हो रहा था,' आजा रमेश अब तू पूरा मर्द बन गया हे ले ले अपनी बड़ी चाची की,' वो बोली. रमेश ने आव देखा ना ताव तुरंत लॉडा उनकी गेली और गरम चूत मे सरका दिया और किसी कमतूर कुत्ते की तरह चाची तो कुटिया की तरह चोदने लगा,' चाचिजी अपने मुझे इतने दीनो तक क्यू तरसया?' " ऐसे ही, देख मुझे पता हे तू ही मुझे ज़िंदगी भर चुदाई का सुख देगा, अब थोड़ा तरसया तो तेरे लॉड मे ज़्यादा प्यास आ गयी और मज़बूती भी, अब तू मुझे कुत्ते की तरह चोद रहा हे की नही ,नही तो अब तक मेरी चूत से बोर हो गया होता,' वो बोली. " मे तेरी बड़ी चाची हू मा भी ऐसे चोद जैसे अपनी मा को चोद रहा हो,' वो बोली और मुझे कस काए पकड़ लिया,' और हा कमला आज पूरी रात रमेश सिर्फ़ मुझे चोदेगा,' कह कर उन्होने नीचे से गांद हिलनी शुरू कर दी,' बना दे मुझे अपनी रंडी मेरे बेटे,' कह कर उन्होने रमेश को कस कर भींच लिया,' चाची बहुत मज़ा दे रही है आपकी चूत इसकी पकड़ बहुत मज़बूत हे, रमेश बोला. " चोद मेरे बेटे चोद तेरी मा को, तेरे आंडो के रस को पीने के लिए तेरी मा की चूत तरस रही हे, उसकी प्यास बुझा दे,' कह कर चाची ने स्पीड बढ़ा दी.